नमस्कार भक्तजनों… भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए के लिए आपक शिव आरती Shiv Aarti PDF (Om jai Shiv Omkara) की जरूरत पड़ेगी। भगवान शिव की भक्ति प्राप्त करने के लिए शिव भजन और शिव मंत्रों का पाठ किया जाता है।
मान्यता के अनुसार भगवान भोलेशंकर यानी शिव जी की आरती के बिना पूजा अधूरी मानी गई है। इसलिए हम आपको अपने लेख में भगवान शिव जी की आरती का पीडीएफ डाउनलोड करने का लिंक देंगे। जहां से आप भगवान शिव जी की आरती को डाउनलोड सकते हैं।
Contents
Shiv Aarti PDF details
PDF Name | Shiv Aarti PDF |
No of Page | 01 |
Language | Hindi |
Size | 106 KB |
Categary | Aarti/ Religion |
Website | bacpl.org |
Shiv Aarti शिव जी ऐसे करें पूजा
भगवान भोलेशंकर की लीला अपरमपार है। जिसकी भक्ति से भगवान शिव जी प्रसन्न हो जाते हैं, उसको काल भी नहीं छू सकता है। शिव जी की आरती घी लगी हुई रुई की बत्ती और कपूर से करनी चाहिए। दुनिया में भगवान शिव के अनेकों भक्त हैं।
अगर आप भी भगवान शिव जी की भक्ति और उनकी पूजा अर्चना करते हैं। तो आप पर भी भगवान शिव जी कृपा रहेगी। जो भी भगवान शिव जी के भक्त हैं वे कमेंट वाक्स में लिखें भोले नाथ शंकर भगवान की जय…
Shiv Aarti lyrics in Hindi (Om jai Shiv Omkara)
जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥
अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥
त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे ।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥
Shiv Aarti Video Anuradha Paudwal
Shiv Aarti lyrics in English
OM JAI SHIV OMKARA, PRABHU JAI SHIV OMKARA
BRAHMA VISHNU SADA SHIV, ARDHANGII DHARA
OM JAI SHIV OMKARA…
EKANANA CHATURANAN PANCHANAN RAJE
HANSANAN, GARURAASAN VRISHVAHAN SAJE
OM JAI SHIV OMKARA….
DO BHUJA, CHAAR CHATURBHUJA DASHABHUJA ATI SOHE
TIINON ROOP NIRAKHATE TRIBHUVAN JAN MOHE
OM JAI SHIV OMKARA…
AKSAMALA VANAMALA MUNDAMALA DHARI
CHANDANA MRIGAMAD SOHAI BHAALE SHASHIDHAARI
JAI SHIV OMKARA…
SHVETAMBARA PIITAMBARA BAAGHAMBARA ANGE
BRAHMADHIK SANAKAADHIK PRETAADHIK SANGE
OM JAI SHIV OMKARA…
KARA MADHYE KAMANDALU AU TRISHUL DHARI
JAGKARTA JAGHARTA JAGAPALAN KARTA
JAI SHIV OMKARA…
BRAHMA VISHNU SADASHIVA JANATA AVIVEKA
PRANAVAKSAR KE MADHAYA TINONH EKA
OM JAI SHIV OMKARA…
TRIGUN SWAMI KI AARTI JO KOI NAR GAVE
KAHATA SHIVANANDA SWAMI MANA VANCHITA PHALA PAVE
JAI SHIV OMKARA…

Shiv Aarti PDF Download
शिव जी की ऐसे करें पूजा
भगवान शिव जी की पूजा के लिए सोमवार का दिन सबसे उत्तम माना जाता है। बाबा भोले की पूजा करने से विशेष फल मिलता है। माना जाता है कि भगवान शिव सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता हैं। शिव जी मात्र एक लोटा जल और सच्ची भक्ति ही प्रसन्न हो जाते हैं।
धन में वृद्धि और लंबी आयु पाने के सोमवार के दिन शिवलिंग का गाय के घी से अभिषेक करें। मान्यता है कि इस पूजा से भगवान शिव प्रसन्न होंगे और सभी मनोकामनाओं को शीघ्र पूर्ण करेंगे।
चंदन से करें अभिषेक
महादेव की कृपा पाने के लिए उनका चंदन से अभिषेक करें। मान्यता है कि शिवलिंग पर चंदन चढ़ाने से भक्तों का सौभाग्य जगता है। भगवान शिव की इस पूजा से समाज में मान-सम्मान और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
यदि आप शिव जी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो सोमवार के दिन अक्षत, चंदन, धतूरा, दूध, गंगा जल और बेलपत्र से भगवान शिव की पूजा करें। इससे भगवान शिव का आशीर्वाद जातक को शीघ्र ही प्राप्त होता है।
धन संबंधी समस्या है तो उसे दूर करने के लिए शिव रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। साथ ही कच्चे चावल में काले तिल मिलाकर दान करने से घर में धन-धान्य के भंडार भरे रहते हैं। साथ ही पितृ दोष के प्रभाव से भी मुक्ति मिलती है।